ग़ज़ल
Munawwar Rana Ghazal मुनव्वर राना ग़ज़ल
Munawwar Rana Ki Ghazals/Ghazalen गले मिलने को आपस में दुआएँ रोज़ आती हैं.. / मुनव्वर राना गले मिलने को आपस में दुआएँ रोज़ आती है...
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अभी न पर्दा गिराओ, ठहरो, कि दास्ताँ आगे और भी है गुलज़ार Gulzar अभी न पर्दा गिराओ, ठहरो, कि दास्ताँ आगे और भी है अभी न पर्दा गिराओ,...